बहन राज वासुदेव जी ने मीटिंग में जो मुख्य बिंदु रहे, निम्न नुसार है।
(A)स्टेज पर बैठने वाले भाई/बहिनो के लिए आवश्यक दिशा निर्देश।
(1)🙏स्टेज की सेवा करने वाला महात्मा समय पर स्टेज पर विराजमान हो।
(2)🙏गीत/विचार समाप्ति के पश्चात ही स्टेज पर विराजमान हो।
(3)🙏स्टेज की सेवा करने वाले महात्माओं के कपडे हमेशा सादगीपूर्ण सफ़ेद या लाइट पहने,बहिने सिर को चुन्नी,या साड़ी से सर को ढक कर बैठे।
(4)🙏स्टेज पर बैठने वाला महात्मा घर परिवार ,इधर उधर की बाते न करके मिशन की सिखलाई पर प्रकाश डाले,गुरु ,गुरमत , भक्ति को केंद्रित करके अवतार वाणी पर अधिक से अधिक फोकस करे।
(5)🙏स्टेज पर विराजमान संत किसी भी प्रकार से संचालन करने वाले महात्मा के बीच में हस्तक्षेप ना करे अतिआवश्यक होने पर ही हस्तक्षेप करे।
(6)🙏स्टेज पर विराजमान संत किसी भी प्रकार का नशा न करे अगर करता है तो स्वेच्छा से इंचार्ज महात्मा को बता दे ताकि उनकी सेवा इस रूप में न लगाई जाये।
किसी भी प्रकार का नशा करने वालो को अब स्टेज एवं मंच संचालन की सेवा नही दी जा सकती ।
(7)🙏स्टेज पर बैठने वाला महात्मा समय पर विचार प्रारम्भ करे ताकि समय पर संगत का भोग लग सके। किसी विशेष परिस्थितियों में अगर 2/4 मिनिट अगर बढ़ जाते है तो उसे आदत नही बनाना चाहिए।
(8)🙏किसी विशेष् दिन या अवसर पर स्टेज वाले महात्मा उस अवसर और विषय परस्थितियों को ध्यान में रखते हुए विचार करे ।
(9) 🙏स्टेज सेवा करने वाला महात्मा स्टेज से उतरकर उसी जगह पर महात्मा आपस में हँसी मजाक या दाएँ बांए की बाते करते है ।जिसका प्रभाव संगत पर नकारात्मक पड़ता है ।इस तरफ विशेष ध्यान दिया जाये।
(10)स्टेज पर बैठने वाले महात्माओ के विचारो की रिकॉर्डिंग पिछले कई महीनो से हो रही है ओर आगे भी होती रहेगी ताकि अनावश्यक बोलने वालो पर सुधार किया जा सके।
(B) 🙏संचालन पर बैठने वालो के लिए दिशानिर्देश🙏
(1)कपडे हमेशा सादगी व् सफ़ेद लाइट बहिने सिर पर चुनी या साड़ी से सिर को ढक कर बैठे।
(2)🙏समय पर आकर अवतार वाणी के शब्द पढ़कर संचालन करे ।
(3)🙏संचालन करते वक्त अनावश्यक बीच बीच में ना बोले ।
(4)🙏हमेशा प्रयास करें एक गीतकार और एक विचारक महात्मा को अवसर दे।
(5)🙏संचालन वाले महात्मा व्यक्ति विशेष या उन्ही उन्ही लोगों को रोजाना अवसर न दे ।जिसके लिए वक्ताओं के नामो पर रोजाना डायरी पर नजर अवश्य डाले।
(6 )🙏स्टेज पर समय पर माइक पहुचाये ताकि समय पर भोग लग सके।
(7)🙏स्टेज पर बैठे महात्माओ से बार बार उठकर अनावश्यक बाते ना करे ।