तेरी रजा को समझ पाऊँ
ये हुनर मुझमें नहीं मेरे मालिक
जिंदगी को आजमाने के बाद बस इतना जाना है
ये हुनर मुझमें नहीं मेरे मालिक
जिंदगी को आजमाने के बाद बस इतना जाना है
तुने जो किया
मेरे भले के लिए किया
मेरे भले के लिए किया
❄ ❄
✏कुछ बोलने और तोड़ने में
केवल एक पल लगता है
जबकि बनाने और मनाने में
पूरा जीवन लग जाता है।
प्रेम सदा
माफ़ी माँगना पसंद करता है,
और अहंकार सदा
माफ़ी सुनना पसंद करता है..✍
✏कुछ बोलने और तोड़ने में
केवल एक पल लगता है
जबकि बनाने और मनाने में
पूरा जीवन लग जाता है।
प्रेम सदा
माफ़ी माँगना पसंद करता है,
और अहंकार सदा
माफ़ी सुनना पसंद करता है..✍
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