जैसा खाओ अन्न , वैसा बनेगा मन ।
पुरानी कहावत है आप सब जानते हैं यदि चोरी रिश्वत हेराफेरी ब्लैक मार्केटिंग स्मगलिंग आदि आदि पाप करके कोई धन कमाए और उस धन से भोजन खरीद कर खाए , तो निश्चित रुप से उसका चित्त मलिन होगा और बुद्धि भी नष्ट होगी । धीरे-धीरे उसका प्रभाव उसके परिवार पर पड़ेगा , और पूरा परिवार भी धीरे-धीरे नष्ट हो जाएगा । इसलिए मेहनत से ईमानदारी से बुद्धिमत्ता से पुण्य कर्म करके धन कमाएँ । विद्या का अध्यापन करें , देश की रक्षा करें , सेना पुलिस आदि में जाएं , व्यापार करें न्याय से करें , ईमानदारी से व्यापार करें , अच्छी वस्तु बेचकर धन कमाएं। अंडे शराब बेच कर के नहीं, मांस बेच कर नहीं ।
तो इस प्रकार पुण्य से कमाये धन से आपका मन बुद्धि उत्तम बनेगा । परिवार और बच्चों पर अच्छे संस्कार पड़ेंगे , और आपका परिवार फलेगा फूलेगा। सब प्रकार से संपन्न और सुखी रहेगा।
NIRANKARI DUNIYA